हैदराबाद: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब राजनीतिक दलों का ध्यान तेलंगाना और राजस्थान पर है। बीजेपी ने तेलंगाना में अपना चुनाव अभियान तेज कर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना में आज जनता आश्वासन दिया कि अगर राज्य के लोग बीजेपी को वोट देंगे और वो सत्ता में आई तो अयोध्या में राम मंदिर के मुफ्त दर्शन कराए जाएंगे।
तेलंगाना के गडवाल में आयोजित सभा में अमित शाह ने कांग्रेस की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘पिछले सात दशकों से राम मंदिर के काम में देरी हो रही थी। कांग्रेस ने इस काम में बाधा डाली थी। बीजेपी ने राम मंदिर मुद्दे पर लगातार कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है। इसका असर विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी। तेलंगाना के लोगों को भाजपा को वोट देना चाहिए और सरकार को सत्ता में लाना चाहिए। भाजपा सरकार राज्य के सभी लोगों के लिए अयोध्या में राम मंदिर के मुफ्त दर्शन की व्यवस्था करेगी।
बीआरएस पर भड़के अमित शाह
अमित शाह ने बीआरएस सरकार की आलोचना की। शाह ने कहा, उन्होंने मुसलमानों को धर्म के आधार पर आरक्षण दिया और यह गैरकानूनी है। अगर तेलंगाना में बीजेपी की सरकार आई तो धार्मिक आधार पर दिया गया आरक्षण रद्द कर दिया जाएगा। साथ ही ओबीसी और अनुसूचित जाति का कोटा बढ़ाया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: स्टेट बैंक में नौकरी चाहिए तो आज ही करें आवेदन, SBI में 8,773 पदों पर भर्ती शुरू
कांग्रेस और बीआरएस दोनों पिछड़े वर्गों के खिलाफ काम कर रहे हैं। यह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं जिन्होंने देश के पिछड़े वर्गों को न्याय देने का प्रयास किया है।
तो मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से होगा: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि अगर राज्य में बीजेपी की सरकार आती है तो तेलंगाना का मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से होगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य की जनता को झूठा आश्वासन दिया है। उनका झूठ बोलने का रिकॉर्ड है। आगामी विधानसभा चुनाव तेलंगाना का भाग्य तय करेंगे।
इसे भी पढ़ें: स्कूल छोड़ने के बाद से गरबा नहीं खेला, ‘डीपफेक वीडियो’ से नाराज पीएम मोदी, Chat Gpt को दिया ‘यह’ आदेश
तेलंगाना की जनता को डबल इंजन सरकार की जरूरत है। प्रदेश में बीआरएस को ‘वीआरएस’ देने का समय आ गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर ने किसानों को कोई अधिकार नहीं दिया है।
बीआरएस की स्टीयरिंग ओवेसी के पास
अमित शाह ने कहा कि असदुद्दीन औवेसी की एमआईएम पार्टी और बीआरएस के बीच गठबंधन है। अमित शाह ने कहा, बीआरएस पार्टी का चुनाव चिन्ह मोटर है लेकिन इसका स्टीयरिंग औवेसी के पास है। कांग्रेस, बीआरएस और मजलिस 2जी, 3जी और 4जी पार्टियां हैं। अमित शाह ने कहा कि केसीआर और कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग के नेताओं को टिकट देने से टालमटोल किया।
इसे भी पढ़ें: ‘उन्होंने जादू सीखा लेकिन 3 दिसंबर को जादूगर छूमंतर हो जाएगा’, नरेंद्र मोदी का अशोक गहलोत पर हमला
वहीं केसीआर ने हैदराबाद मुक्ति दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। शाह ने यह भी आश्वासन दिया कि भाजपा सरकार आने पर राज्य में ढाई लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जाएगी।
बेहतरीन कवरेज