बेंगलुरु: चिक्काबल्लापुर शहर की सीमा में चित्रावती के पास सड़क पर खड़े एक ट्रक से यात्रियों से भरी एक सूमो के टकरा जाने के कारण भीषण सड़क दुर्घटना घटी। जिसमें एक बच्चे सहित 13 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा गुरुवार सुबह नेशनल हाईवे 44 पर हुआ। इस हादसे में आठ पुरुष, चार महिलाएं और एक बच्चे की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई है। हादसे में मरने वालों में अरुणा (40, निवासी डोड्डबल्लापुर), उनके बेटे ऋत्विक यतिन (6), सुब्बम्मा (निवासी बसवेश्वर नगर बेंगलुरु), पेरुमल, कोट्टाचेराम, नरसिम्हा मूर्ति, कवल बैरासंद्र और ड्राइवर नरसिमप्पा की पहचान की गई है।
पुलिस बाकी लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। दशहरा के मौके पर अपने-अपने गांव गए मजदूरों ने अपने परिवार के साथ त्योहार मनाया। वे सभी रात में बेंगलुरु लौटने के लिए आंध्र प्रदेश से गाड़ी में सवार हुए। वाहन का चालक तेजी से बागेपल्ली-चिक्काबल्लापुर के रास्ते बेंगलुरु की ओर जा रहा था, जिसमें कुल 13 लोग खड़े थे।
सात लोगों की रास्ते में ही मौत
गुरुवार सुबह करीब सात बजे चिक्काबल्लापुर ग्रामीण पुलिस स्टेशन के अंतर्गत चित्रावती के पास पहुंचते समय सीमेंट से भरा एक ट्रक सड़क किनारे खड़ा था। इसी दौरान ट्रक को पीछे से मजदूरों से भरी गाड़ी ने टक्कर मार दी और भयानक हादसा हो गया। स्थानीय नागरिकों ने मदद करते हुए गाड़ी वाहन के पिछले दरवाजे से दुर्घटनाग्रस्त लोगों को बाहर निकाला। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल ले जाते समय सात लोगों की रास्ते में ही मौत हो गई।
पीड़ित परिवारों के आंसुओं से पूरा इलाका ग़मगीन
पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक नागेश और चिक्काबल्लापुर ग्रामीण थाना पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस ने पहचान पत्र और मोबाइल फोन से मृतकों के परिजनों को सूचना दी। चिक्काबल्लापुर जिला अस्पताल की मोर्चरी के सामने, गांवों से आए पीड़ित परिवारों के आंसुओं से पूरा इलाका ग़मगीन था।
