बेंगलुरु: फिर से एक बार यह साबित हो गया है कि कांग्रेस के भीतर छत्रपति शिवाजी महाराजों के प्रति द्वेष की भावना व्याप्त है। बेंगलुरु के “शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन” का नाम बदलकर “सेंट मेरी” करने की मांग कांग्रेस विधायक रिज़वान ने की है। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने इस नामांतरण का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भी भेज दिया।
भाजपा की महिला प्रदेशाध्यक्ष और आमदार चित्रा किशोर वाघ ने इस कदम को “छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान” करार दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक का इतिहास छत्रपति शिवाजी महाराज से नफरत और अपमान का रहा है। अब देखना है कि महाराष्ट्र कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है या हमेशा की तरह चुप रहकर तमाशा देखती रहेगी।”
चित्रा किशोर वाघ ने यह भी सवाल उठाया कि कांग्रेस के सहयोगी दल और उनके प्रवक्ता स्वयंभू विश्वगुरु रडत राउत (संजय राउत) इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं। क्या कर्नाटक कांग्रेस सरकार द्वारा किया गया यह अपमान उन्हें मंज़ूर है?
वाघ ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम और उनके इतिहास के साथ खिलवाड़ किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। जनता इस प्रकार की राजनीतिक चालों पर ध्यान दे रही है और इसका हिसाब लेगी।”
कांग्रेस के इस कदम के बाद देशभर में राजनीतिक बहस तेज़ हो गई है और सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।