धुले: महाराष्ट्र के धुले जिले में मंकीपॉक्स बीमारी का पहला मामला सामने आया है। सऊदी अरब से लौटे 44 वर्षीय व्यक्ति को इस वायरस से संक्रमित पाया गया है। मरीज का इलाज फिलहाल धुले के भाऊसाहेब हीरे मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। राज्य में पहला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। कॉलेज के डीन डॉ. सयाजी भामरे ने बताया कि मरीज के संपर्क में आए लोगों की जांच की गई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
जानकारी के मुताबिक यह व्यक्ति 2 अक्टूबर को सऊदी अरब से लौटा था। उसे बुखार और त्वचा पर दाने की शिकायत थी, जिसके बाद वह इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचा। डॉक्टरों ने उसके दो सैंपल जांच के लिए भेजे, जो दोनों मंकीपॉक्स पॉजिटिव पाए गए। वर्तमान में मरीज को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और डॉक्टरों की विशेष टीम उसकी निगरानी कर रही है।
मरीज में मिला दुर्लभ ‘क्लेड-1’ वेरिएंट
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मंकीपॉक्स वायरस के दो वेरिएंट होते हैं — क्लेड-1 और क्लेड-2। धुले का यह मरीज क्लेड-1 वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है, जो बेहद दुर्लभ और संक्रामक माना जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि इस वेरिएंट से ठीक होने में लगभग 15 से 20 दिन का समय लगता है। भारत में अब तक 35 मरीज इस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
राज्य में पहला मंकीपॉक्स मरीज मिलने के बाद महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है। धुले प्रशासन ने मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर जांच की है। सौभाग्य से सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने सर्विलांस और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है। अस्पतालों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण और सावधानियां
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, संक्रमण के 21 दिनों के भीतर मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
इसके प्रमुख लक्षण हैं —
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बुखार और गले में खराश
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सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द
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पीठ दर्द
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चेहरे, हाथ और पैरों पर दाने या फुंसियां
डॉक्टरों का कहना है कि मंकीपॉक्स से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें, हाथों की बार-बार सफाई करें, जानवरों के संपर्क से बचें और किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
घबराएं नहीं, सावधानी बरतें
भाऊसाहेब हीरे मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सयाजी भामरे ने बताया, “मंकीपॉक्स एक नियंत्रित संक्रमण है। समय पर इलाज मिलने से मरीज पूरी तरह ठीक हो सकता है। नागरिकों से अपील है कि वे घबराएं नहीं, बल्कि सावधानी बरतें और स्वच्छता बनाए रखें।”
महाराष्ट्र में निगरानी और जागरूकता अभियान तेज
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग, धुले जिला प्रशासन और नगर निगम मिलकर इस बीमारी के प्रसार को रोकने में जुट गए हैं। एयरपोर्ट और बॉर्डर एरिया पर हेल्थ स्क्रीनिंग बढ़ा दी गई है। नागरिकों को सही जानकारी देने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि अफवाहों से बचा जा सके और लोग सतर्क रहें।
महाराष्ट्र में मंकीपॉक्स का पहला मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सक्रिय है। मरीज की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे बिना घबराए आवश्यक सावधानियां अपनाएं और किसी भी लक्षण की स्थिति में तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।