Maratha Aarakshan Latest News: मुंबई के आज़ाद मैदान में चल रहा मराठा आरक्षण आंदोलन आखिरकार शुक्रवार को ऐतिहासिक मोड़ पर आकर थम गया। मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) ने पांच दिनों से चल रहा अपना अनिश्चितकालीन अनशन तोड़ते हुए आंदोलन को खत्म करने की घोषणा कर दी। सरकार ने उनकी 8 में से 6 प्रमुख मांगें मान लीं और Kunbi प्रमाणपत्र जारी करने के लिए Hyderabad Gazette लागू करने का आश्वासन दिया। इस समझौते को जरांगे ने मराठा समाज की “जीत” करार दिया।
जरांगे पाटिल की सख्त चेतावनी
मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान मंच से मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र सरकार को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने राधाकृष्ण विखे पाटील की मौजूदगी में साफ़ कहा कि “अगर सरकार आरक्षण नहीं देगी, तो मैं आपको शब्द देता हूँ — किसी मंत्री या नेता को महाराष्ट्र में घूमने नहीं दूँगा।” इस चेतावनी के बाद सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।
पांच दिन चला अनशन, मुंबई थमी रही
29 अगस्त 2025 से शुरू हुआ यह आंदोलन हर गुजरते दिन के साथ तेज होता गया। CSMT से लेकर दक्षिण मुंबई तक ट्रैफिक जाम देखने को मिला, अस्पताल और स्कूलों पर भी असर पड़ा। हजारों समर्थकों के बीच जरांगे पाटिल ने साफ कहा था कि जब तक सरकार ठोस कदम नहीं उठाती, वे मुंबई नहीं छोड़ेंगे।
High Court की सख्ती और सरकार की चिंता
बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को दोपहर 3 बजे तक आजाद मैदान खाली करने का आदेश दिया। अदालत के आदेश और बढ़ते जनदबाव के बाद सरकार हरकत में आई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आरक्षण का समाधान केवल कानूनी दायरे में ही निकलेगा। इसके बाद कैबिनेट उपसमिति (राधाकृष्ण विखे पाटिल की अगुवाई में) आंदोलन स्थल पहुंची और बातचीत का सिलसिला तेज हुआ।
Hyderabad Gazette बना समाधान का रास्ता
सबसे बड़ी उपलब्धि रही सरकार द्वारा Hyderabad Gazette लागू करने की घोषणा। इस गजट के जरिए मराठा समाज को Kunbi दर्जा मिलेगा, जिससे उन्हें OBC वर्ग का आरक्षण मिल सकेगा।
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सरकार ने GR (Government Resolution) का ड्राफ्ट जारी करने का वादा किया।
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6 मांगें तुरंत मान ली गईं, जबकि 2 को अगले एक महीने में पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
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आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेने और शहीद परिवारों को मुआवज़ा/नौकरी देने का ऐलान किया गया।
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भावुक पल: Jarange Patil ने तोड़ा अनशन
शुक्रवार शाम को जरांगे ने जूस पीकर अपना अनशन तोड़ा। समर्थकों की भीड़ में वे खुद भावुक हो गए और बोले: “यह मराठा समाज की जीत है।” आज़ाद मैदान में दीवाली जैसा माहौल बन गया, आतिशबाज़ी और ढोल-ताशों के बीच समर्थकों ने जीत का जश्न मनाया।
मनोज जरांगे पाटील पहुंचे मुंबई के आजाद मैदान, मराठा आरक्षण के लिए आमरण अनशन शुरू
आगे क्या होगा?
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हर गांव में विशेष समिति बनाकर दस्तावेज़ जांचे जाएंगे और योग्य लोगों को Kunbi प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।
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सतारा, पुणे और औंध गजट को लागू करने पर सरकार एक महीने में फैसला लेगी।
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आंदोलनकारियों पर दर्ज मामले वापस होंगे।