मुंबई: महाराष्ट्र में भारी बारिश से बाढ़ ने कई जिलों में तबाही मचा दी है। राज्य के किसानों की फसलें और खेत बर्बाद हुए, जीवनावश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई और आम लोगों की जिंदगी मुश्किल में पड़ गई। इस मुश्किल समय में श्रीसिद्धिविनायक गणपति मंदिर न्यास ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 10 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। न्यास के अध्यक्ष और राज्य मंत्री सदानंद सरवणकर, कोषाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी और सभी ट्रस्टियों ने मिलकर यह राशि देने का निर्णय लिया है।
न्यास का समाजसेवा में लंबा योगदान
श्रीसिद्धिविनायक गणपति मंदिर न्यास पहले भी संकट के समय समाज की मदद करता रहा है:
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26 जुलाई 2005: भारी बारिश के पीड़ितों की सहायता।
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26 नवंबर 2008: आतंकवादी हमलों में शहीद परिवारों की मदद।
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2013: महाराष्ट्र के अकाल पीड़ितों की सहायता।
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2014: मालिन दुर्घटना के पीड़ितों को समर्थन।
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2019: चिपलुन तालुका के टिवरे गांव में बांध टूटने से प्रभावित नागरिकों को मदद।
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2019: पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए वीरों के परिवारों की आर्थिक सहायता।
न्यास समय-समय पर समाज में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए आर्थिक और मानवीय मदद करता रहा है।
पवन त्रिपाठी का संदेश
न्यास के कोषाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी ने कहा कि राज्य की अन्य संस्थाओं और संगठनों को भी आगे आकर महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितों की मदद करनी चाहिए और मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान देने का निर्णय लेना चाहिए।
भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए यह ऐलान एक महत्वपूर्ण संकेत है। समाज के सभी संगठनों और नागरिकों को मिलकर आगे आना चाहिए ताकि आपदा पीड़ितों की जिंदगी थोड़ी आसान हो सके।