मुंबई: अगर मनसे (MNS) महागठबंधन में शामिल होती है तो हमें उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) बनाम राज ठाकरे जैसी राजनीतिक लड़ाई देखने को मिलेगी। कई बार देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और बावनकुले यह संकेत दे चुके हैं कि मनसे की सोच और नीतियां बीजेपी (BJP) जैसी हैं। उन्हें महागठबंधन में लेते समय कहीं कोई वैचारिक बहस नहीं होगी कि विचारधारा अलग है। आनंद परांजपे (Anand Paranjape) ने कहा कि वह इस पर आश्चर्य व्यक्त नहीं करना चाहते। राज ठाकरे (Raj thackeray) महायुति में शामिल हो सकते हैं इसलिए बैठक पर बैठक हो रही है। राज ठाकरे ने दिल्ली जाकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भी मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे ने आज मुंबई में अहम बैठक की।
एमएनएस के महागठबंधन में शामिल होने पर एनसीपी की क्या भूमिका है? इस पर एनसीपी अजित पवार गुट के प्रवक्ता आनंद परांजपे ने कहा कि अगर मनसे भी महागठबंधन में शामिल होती है तो हम उनका स्वागत करेंगे। महागठबंधन में सभी नेताओं के बीच समन्वय है। एकनाथ शिंदे, अजित पवार, देवेंद्र फडणवीस बैठेंगे और महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर उचित फैसला लेंगे। सभी को मौका मिलेगा।आनंद परांजपे ने कहा कि हालांकि अजित पवार बैठक में मौजूद नहीं थे लेकिन उन्हें इस बैठक की जानकारी है।
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‘कभी सपने सच होते हैं और कभी…’
आनंद परांजपे ने कहा कि फिलहाल लोकसभा चुनाव है। लोकसभा सीट से ठाणे जिले को फायदा होगा। कभी-कभी सपने सच होते हैं। कभी-कभी टूट जाते हैं। परांजपे ने ठाणे और कल्याण लोकसभा क्षेत्रों में सीटों के बंटवारे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव आने पर बातचीत होगी।
