पुणे: केंद्रीय चुनाव आयोग में फिलहाल इस बात को लेकर सुनवाई शुरू है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी पर किसका हक? साथ ही एनसीपी पार्टी का नाम है और चुनाव चिन्ह घड़ी पर किसका हक है? बता दें शरद पवार और अजित पवार दोनों गुटों ने चुनाव आयोग ने इस मामले में शिकायत की है। अब यह सुनवाई 20 नवंबर से फिर शुरू होगी।
इससे पहले 2 नवंबर को हुई सुनवाई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के गुट की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए थे। इस सुनवाई के लिए शरद पवार और सुप्रिया सुले दिल्ली जाएंगे। साथ ही दिल्ली में शरद पवार गुट की बैठक भी होने की संभावना है।
पहले क्या हुआ था
बीते 2 नवंबर को चुनाव आयोग के सामने सुनवाई हुई थी। अभिषेक मनु सिंघवी ने दो घंटे तक बहस की। इसमें उन्होंने अजित पवार गुट पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। बहस करते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया था कि अजित पवार गुट की ओर से झूठा हलफनामा दाखिल किया गया है। मृत व्यक्तियों के शपथ पत्र दिये गये हैं। सिंघवी ने नाबालिग बच्चों के हलफनामे दाखिल करने का भी दावा किया। उन्होंने दलील दी कि अजित पवार को कोई समर्थन नहीं है।
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अजित पवार गुट ने यह मांग की
इस बीच अजित पवार गुट ने मांग की है कि सुनवाई लगातार होनी चाहिए। इसलिए संभावना है कि 20 नवंबर से लगातार सुनवाई शुरू होगी। अजित पवार गुट के सांसद सुनील तटकरे ने कहा था कि हम सुनवाई में कुछ तकनीकी बातें आयोग के सामने लाएंगे। इसलिए कल दिल्ली में कल होने वाली सुनवाई पर पूरे राज्य की निगाहें टिकी हुई हैं।
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शरद पवार दिल्ली जाएंगे
चुनाव आयोग में सुनवाई के चलते एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार खुद दिल्ली जा रहे हैं। शरद पवार के साथ सुप्रिया सुले भी मौजूद रहेंगी। एनसीपी के दोनों नेता सुबह दिल्ली जाएंगे। साथ ही संभावना है कि सुनवाई से पहले शरद पवार गुट की दिल्ली में बैठक होगी। उस बैठक में रणनीति तय होने की संभावना है।
